आचार्य चतुसेन शास्त्री--वैशाली की नगरबधू-

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100 . अभिन्न हृदय : वैशाली की नगरवधू उसी शिलाखण्ड पर गहन - तिमिराच्छन्न नीलाकाश में हीरे की भांति चमकते हुए तारों की परछाईं में दोनों प्रेमी हृदय एक - दूसरे ...

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